भारत में अब कोई गरीब नहीं रहा, ऐसा योजना आयोग का मानना हैं. अब योजना आयोग हैं तो योजना तो बनाएगा ही. क्योंकि उसे तो पता हैं कि भारत में सिर्फ सांसद ही गरीब हैं. जिन्हें दुनिया में सबसे सस्ता और उच्च गुणवत्ता वत्ता वाला भोजन मिलता हैं. दुनिया भर कि मुफ्त सेवाओं का आनंद लेते हैं. हवाई जहाज से यात्रा करते हैं तो बिल नहीं देते. ये बेचारे सांसद इतने गरीब हैं कि इनके उपर भारत के हर सरकारी बिभाग का कुछ ना कुछ तो बकाया हैं, दे ही नहीं पाते बेचारे .
अब सड़क के किनारे मंदिरों के बाहर लाइन लगा करके भीख मांगने वाले लोग अमीरों कि श्रेणी में आ गये हैं. क्योंकि वो एक तो बड़े-बड़े शहरो में रहते हैं और उपर से अपने खाने में प्रतिदिन ३६ रूपये से ज्यादा खर्च भी करते हैं.
सरकार में बैठे कुछ लोग पगला गये हैं. वो एक कहावत हैं कि जब गीदड़ कि मौत आती हैं तो वो शहर कि तरफ भागता हैं ......... अब वोही हो रहा हैं.