मां पालने वाली भी हो ती है और जन्म देने वाली भी। मां तो मां ही होती वो सभी धर्मो से बढ़कर के होती है, हमारे भारतीय समाज मैं औरत को देवी का दर्जा दिया गया है , और देवी या औरत किसी न किसी रूप मैं किसी न किसी की मां होती है, और मां हमेशा पुजयानिया होती है , मां का स्थान भगवान से भी ऊँचा होता है।
हे मां तुझे सलाम, हर उस नारी को सलाम जो इस दुनिया मैं है।
हे मां तुझे सलाम, हर उस नारी को सलाम जो इस दुनिया मैं है।
2 comments:
sirf maa ko salamkarne se nahi chalega...uske saath khada rehna padega kyunki ye maa aaj bhi apne dusre rupon mein bahut kamzor hai
"माँ" सिर्फ यही कहना काफी है.....
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