कपिल सिब्बल अपनी कार से दरियागंज से चांदनी चौक जा रहे थे , जामा मस्जिद के पास पहुँचते ही एक कुत्ते का पिल्ला ( पप्पी ) उनकी कार के नीचे आ करके मर गया.
कपिल साहेब ने अपने ड्राईवर से बोला कि जावो और इसके मालिक का पता करो.
थोड़ी देर मैं ड्राईवर वापस आया तो उसके गले मैं फूलो कि माला थी, कपिल साहेब ने पूछा ये क्या हुआ, ड्राईवर बोला साहेब लोगो ने पूरी बात सुने बिना मेरे गले मैं फूलो कि माला डाल दी. मैंने तो सिर्फ इतना ही कहा था कि " मैं कपिल सिब्बल का ड्राइवर हूँ " "और कुत्ते का बच्चा मर गया."
6 comments:
taarkeshvari ji khub likh daala hai .....akhtr khan akela kota rajsthan
;)
हा हा हा ...
अच्छी मानसिकता से निकला अच्छा चुटकुला
...और इसीलिए आप हमारी टिप्पणी के हक़दार हो गए और वह भी एक अदद लिंक सहित
मस्जिद के गेट पर पहुंचकर तो अच्छे अच्छे कुत्ते मर जाते हैं यह तो कुत्ते का पिल्ला ही था। जो कुत्ते अपनी सलामती चाहते हैं वे मस्जिद के पास इसीलिए तो नहीं फटकते।
ब्लॉग जगत का नायक बना देती है ‘क्रिएट ए विलेन तकनीक‘ Hindi Blogging Guide (29)
लाजवाब... बहुत सुन्दर
:)
:) :)
Smiles...
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