C . W.G. ( कामेन वेल्थ गेम) , नहीं अब इसका नाम बदल गया हैं, नया नाम हैं "कुत्ते वाला गेम"। क्योंकि अब दिल्ली में सिर्फ कुत्ते बाजी हो रही हैं, कंही शीला का कुत्ता तो कंही सोनिया का तो कंही मनमोहन जी का। लेकिन खीर ले गया लड्मारी का कुत्ता , ओह सोरी कलमाड़ी का कुत्ता।
दिल्ली तो बिलकुल कुत्ते के गेम के लिए तैयार बैठी हैं। देखते हैं कि अभी कितने कुत्ते मैदान में आते हैं। लेकिन शायद ये गिनती अगले महीने ही होगी।
13 comments:
लगता है धर्मेद्र को भेजना होगा दिल्ली , तभी , यह कुत्ते वाला गेम ख़त्म होगा..
जब हम ब्रिटेन के आगे कुत्ते बन ही गए हैं तो गेम तो कुत्तों वाला ही हुआ ना?
Dekhate hain ki kitne kutte kya - kya khate hain
IS GAME KI POLE BHI KUTTE HI KHOLENGE
SAB MIL KARKE APAS MAIN LADENGE "KUTTE" KI TARAH
अजीत गुप्ता जी से सहमत ।
जब हम ब्रिटेन के आगे कुत्ते बन ही गए हैं तो गेम तो कुत्तों वाला ही हुआ ना?
अजित जी की बात से सहमत है, पता नही क्यो हम इन गोरो के जुते चाटने को तेयार है, लानत है इन नेताओ पर जो इज्जत नाक की चीज से लाखॊ कोसो मील दुर है, साथ मे देश की इज्जत भी खराब कर रहे है
Puri Dilli ko Kutta bana diya hai, kuch Netao ne
भारत की एकता अखंडता का जीवंत उधारण यहाँ पढ़ें
शर्मनाक स्थितियाँ हो गई हैं.
आखिर गुलामी के प्रतीक इन खेलों का क्या औचित्य है ?
गिरी जी बहुत ही बढिया तमाचा है आपका यह post इन नेताओं पर, लेकिन ये सब बेशरम हैं।
आपके ब्लॉग पर लगे हमारीवाणी के कोड में आपके ब्लॉग पते के साथ http:// नहीं लिखा है और www लगा हुआ है, आपसे अनुरोध है, कि www हटा कर इसकी जगह http:// लगा लें, जिससे की आपका ब्लॉग समय पर अपडेट होने लगे.
धन्यवाद!
टीम हमारीवाणी
Post a Comment