मैं भगवान भोले नाथ से येही प्राथना करता हूँ की , हे जटा धारी बरेली वालो को ज्ञान दे, और किसी नेता- वेता के चक्कर मैं पड़ने से अच्छा है की अपने दिमाग से काम ले और शांति का माहौल बनाये। मैं तो येही कहूँगा की सभी लोग अपने - अपने घर मैं शांति से बैठ जाये और हर उस आदमी का विरोध करे जो मामले को भड़काने पर लगा हुआ है , किसी भी धार्मिक नेता की बातो मैं ना आये, क्योंकि धार्मिक नेता लोग अपनी- अपनी रोटी सेकने के लिए ऐसे ही मौके की तलाश मैं रहतें हैं। और भड़काऊ भासन के लिए तैयार रहते हैं । आप सभी लोग खुद समझदार हैं और ऐसे मौके पर अपनी समझदारी का परिचय दे।
मजहब कभी भी आपके घर रोटी लेकर के नहीं आएगा, रोटी आएगी तो सिर्फ और सिर्फ आपकी मेहनत से। आपकी ईमानदारी से और आपकी लगन से। कोई मुल्ला या कोई भी महंत सिर्फ आपको तोड़ सकता है , जोड़ नहीं SAKTA है,
जय हो काशी वाले बाबा। तेरी लीला अपरम्पार।
मजहब कभी भी आपके घर रोटी लेकर के नहीं आएगा, रोटी आएगी तो सिर्फ और सिर्फ आपकी मेहनत से। आपकी ईमानदारी से और आपकी लगन से। कोई मुल्ला या कोई भी महंत सिर्फ आपको तोड़ सकता है , जोड़ नहीं SAKTA है,
जय हो काशी वाले बाबा। तेरी लीला अपरम्पार।
3 comments:
बहुत सुंदर लिखा आप ने, फ़िर भी पता नही जनता क्यो इन कमीनो की बातो मै आ जाती है
जय हो काशी वाले बाबा। तेरी लीला अपरम्पार।
यहां आपसे सहमत हूं कि मज़हब किसी के घर रोटी लेकर नहीं आता, वह सिर्फ मेहनत से मिलती है... मुल्ला-महंत सिर्फ तोड़ते हैं, जोड़ते नहीं...
Post a Comment