हिन्दू कभी भी उग्र नहीं हो सकता, अगर होता शायद हिंदुस्तान भी एक इसराइल या इराक या इरान या पाकिस्तान या अफगानिस्तान की तरह होता, मगर नहीं ये भारत है, ये वो हिंदुस्तान है जंहा पर ऋषि मुनियों ने जन्म लिया , ये वो भारत है जंहा की मिटटी सिर्फ प्यार की बोली बोलती है। हमारा सनातन धर्म हमें सिखाता है की रिश्तो का मतलब क्या होता है। और येही वजह की हमारी संस्कृत और हमारी सभ्यता दुनिया के लिए एक मिशल है ।
ठाकरे की अपनी कोई जमीन नहीं है , वो तो अपनी जमीन खोज रहा है और वो भी आसमान मैं बैठ कर के , जिसका कोई वजूद नहीं है। ठाकरे कोई हिन्दू आंतकवादी नहीं वो तो मानवता का आंतकवादी है वो तो एक घटिया किश्म का राजनेता है ।
इस्लाम एक तेजी से बढता हुआ धर्म है , इसके मानने वाले ज्यादातर उग्र स्वाभाव के ही लोग है। और मुल्ला या मौलाना लोगो ने इसी का फायदा उठाते हुए भोले भाले मुस्लिम नौजवानों को आंतकवाद की आग मैं झोकं रखा है। मुस्लमान अपने आपको को सिर्फ कुरान के हिसाब से ही चलने के लिए विवश करते हैं , वो कुरान के अन्दर कोई तबदीली नहीं करना चाहते , येही उनकी सबसे बड़ी ताकत और सबसे बड़ी कमजोरी भी है। ताकत इस लिए की धर्म के नाम पर पूरी दुनिया मैं मुस्लमान खून खराबा करने के लिए तैयार हो जायेंगे । इस्लामिक अंतकवाद से पूरी दुनिया परेशान हैं। खुद इश्लामिक देश भी।
आज इरान ,इराक अफगानिस्तान, पाकिस्तान में रोज इतने बेगुनाह लोग मारे जाते हैं, रोज इन देशो में सैकड़ों औरते विधवा होती हैं तो हजारो बच्चे अनाथ होते हैं। आये दिन बम धमाको से पूरी दुनिया परेशान हैं। लेकिन इतने के वावजूद भी किसी के ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ता। मौलाना अपनी जगह खड़ा होकर के चिल्ला रहा है तो मुल्ला अपनी जगह।
ठाकरे की अपनी कोई जमीन नहीं है , वो तो अपनी जमीन खोज रहा है और वो भी आसमान मैं बैठ कर के , जिसका कोई वजूद नहीं है। ठाकरे कोई हिन्दू आंतकवादी नहीं वो तो मानवता का आंतकवादी है वो तो एक घटिया किश्म का राजनेता है ।
इस्लाम एक तेजी से बढता हुआ धर्म है , इसके मानने वाले ज्यादातर उग्र स्वाभाव के ही लोग है। और मुल्ला या मौलाना लोगो ने इसी का फायदा उठाते हुए भोले भाले मुस्लिम नौजवानों को आंतकवाद की आग मैं झोकं रखा है। मुस्लमान अपने आपको को सिर्फ कुरान के हिसाब से ही चलने के लिए विवश करते हैं , वो कुरान के अन्दर कोई तबदीली नहीं करना चाहते , येही उनकी सबसे बड़ी ताकत और सबसे बड़ी कमजोरी भी है। ताकत इस लिए की धर्म के नाम पर पूरी दुनिया मैं मुस्लमान खून खराबा करने के लिए तैयार हो जायेंगे । इस्लामिक अंतकवाद से पूरी दुनिया परेशान हैं। खुद इश्लामिक देश भी।
आज इरान ,इराक अफगानिस्तान, पाकिस्तान में रोज इतने बेगुनाह लोग मारे जाते हैं, रोज इन देशो में सैकड़ों औरते विधवा होती हैं तो हजारो बच्चे अनाथ होते हैं। आये दिन बम धमाको से पूरी दुनिया परेशान हैं। लेकिन इतने के वावजूद भी किसी के ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ता। मौलाना अपनी जगह खड़ा होकर के चिल्ला रहा है तो मुल्ला अपनी जगह।
4 comments:
दुनिया को हम अपना गुलाम बना सकते है, लेकिन प्यार से. बहुत सुंदर लिखा आप ने
Bebaak lekh bahut achha laga.
Bahut badhai..
हमारी संस्कृत और हमारी सभ्यता दुनिया के लिए एक मिशाल है .. इसमें तो कोई दो मत नहीं !!
आपने सही कहा लेकिन हमारी इसी सराफत का फायदा उठाकर मुसलिम आतंकवादी लगातार हमलाकर हमारी जमीन पर कब्जा करते चले जा रहे हैं इसलिए हिन्दू का सैनिकीकरण वक्त की जरूरत है। आओ मिलकर आगे बढ़ें
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