दिल्ली देश की राजधानी , पूरी दुनिया मैं मशहूर अपनी दिल्लगी के लिए , जो आया इधर का ही हो के रह गया , हवा पानी सब सुन्दर , इस लिए तो मैं कह रहा हूँ की दिल्ली एक गांवो का शहर है।
वैसे सचमुच अगर देखा जाय तो किसी और शहर की अपेछा दिल्ली मैं गांवो की संख्या कुछ ज्यादा ही है। जैसे गाजीपुर गाँव , कोंडली गाँव, चिल्ला गाँव, कोटला गाँव, और बहुत से गाँव और गाँव भी ऐसे जिसमे एक भी किशान नहीं रहता है, सब के सब आधुनिक धंधे और व्यवसाय से जुड़े हुए, गरीब और अमीर रहते है।
तभी तो लोग कहते हैं की दिल्ली मैं अगर आप रहना चाहते है तो यंहा ५०० रूपये से ५०००० रूपये तक का कमरा या बंगला किराये पर मिल सकता है। और तो और भोजन की भी अच्छी व्यस्था है आप १० रूपये मैं भी भर पेट भोजन कर सकते हैं।
तभी तो मेरे दिमाग मैं ख्याल आया की दिल्ली है गांवों का शहर।
वैसे सचमुच अगर देखा जाय तो किसी और शहर की अपेछा दिल्ली मैं गांवो की संख्या कुछ ज्यादा ही है। जैसे गाजीपुर गाँव , कोंडली गाँव, चिल्ला गाँव, कोटला गाँव, और बहुत से गाँव और गाँव भी ऐसे जिसमे एक भी किशान नहीं रहता है, सब के सब आधुनिक धंधे और व्यवसाय से जुड़े हुए, गरीब और अमीर रहते है।
तभी तो लोग कहते हैं की दिल्ली मैं अगर आप रहना चाहते है तो यंहा ५०० रूपये से ५०००० रूपये तक का कमरा या बंगला किराये पर मिल सकता है। और तो और भोजन की भी अच्छी व्यस्था है आप १० रूपये मैं भी भर पेट भोजन कर सकते हैं।
तभी तो मेरे दिमाग मैं ख्याल आया की दिल्ली है गांवों का शहर।
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