Saturday, March 25, 2017

विरोध का आलम तो देखिये:-अवैध बूचड़खाना

विरोध का आलम तो देखिये ,अभी  सफ्ताह भी नहीं हुआ योगी सरकार बने हुए।  पुलिस में कुछ भ्रस्ट लोग सस्पेंड हो गए तो विरोध, अगर सरकार ये कदम नहीं उठती तो भी विरोध करते की योगी सरकार ने भ्रस्टाचार के लिए अभी तक कोई कदम नहीं उठाया. 

लड़कियों  और महिलाओ के साथ हो रही छेड़खानी को रोकने  के लिए उठाये गए कदम पे कुछ रोमियों टाइप के लोग तंज कसने लगे हैं. 

बूचड़खाने का विरोध तो चरम पर है, टुंडा पूरी दुनिया में फेमस हो गया और वो भी मुफ्त में , लोग ये भूल गए की टुंडे जैसे लोग और भी हैं उत्तर प्रदेश में , जो कबाब बेच कर अपना परिवार पालते हैं. 

पूर्व वर्ती सरकारे  भी समय समय पर अवैध कामो को बंद करने के लिए कोशिश करती रहती है, जैसे अवैध खनन , अवैध तरीके से पेड़ो की कटाई , अवैध शराबे , अवैध खाने पीने की दुकाने , रेहड़ी पटरी वालो को समय समय पर रेहड़ी पटरी लगाने से रोकना।  और तब भी लोग बेरोजगार होते हैं. 

मगर अवैध बूचड़खाना सिर्फ एक वर्ग विशेष से सम्बन्ध रखता है, और यहीं वजह है की कुछ लोग अवैध बूचड़खाने का सपोर्ट करने लगे हैं, क्योंकि उनको आज भी अपने पुराने वोट बैंक से कुछ उम्मीद बची है.