हिंदुस्तान के लोकतान्त्रिक व्यस्था पर हमेशा से ऊँगली उठती रही हैं, और उसमे सहयोग होता हैं बड़े -बड़े राजनीतिज्ञों का . आज सोनिया गाँधी अपना इलाज करवाने के लिए अमेरिका चली गई, क्योंकि उन्हें भारतीय अस्पतालों पर और भारतीय डाक्टरों पर बिलकुल ही भरोसा नहीं हैं ( विदेशी जो ठहरी) .
सोचिये कि भारत कि गरीब जनता का क्या हाल होगा. कई तो अस्पताल ही नहीं पहुँच पाते और जो पहुँच जाते हैं वो एम्बुलेंस में दम तोड़ देते हैं. भारतीय अस्पतालों कि हालत सुपर फास्ट ट्रेन के जनरल डब्बे कि तरह होती जा रही हैं. क्योंकि अगर मरीज को बेड नहीं मिलता हैं तो वो बेचारा बाथरूम के दरवाजे के सामने ही चद्दर बिछा कर इलाज शुरू करवा लेता हैं.
सोनिया गाँधी कि हर बीमारी का इलाज अमेरिका में होता हैं. और अगर इलाज ना भी करवाना हो तो भी सोनिया जी महीने में पंद्रह दिन विदेश यात्रा पर ही होती हैं. भारत के प्रधान मंत्री से भी ज्यादा विदेश यात्रा.
2 comments:
Bhaijan aap bhi bahut dino baad dikhai diye... Aap bhi Videsh Bhraman par gaye hue the kya???
इलाज तो बहाना है असल में तो जो माल भारत से लूटा है उसे पचाने गई हैं अगर इलाज भारत में करवाती तो क्वात्रोची जैसे दलाल साथियों से मलाकात कैसे होती और अगर होती तो पोल खुल जाती....
हमें तो लगता है कि पूतना अपने घरकुदाल वेवकूफ गुलामों को पूजनीय वालकृष्ण जी के पीछे लगाकर खुद पाताल में छुप बैठीं है
पर बचेगी नहीं अपने कुकर्मों का हिसाब तो चुकाना ही पड़ेगा...
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