मौसम में ठण्ड बढ़ चुकी हैं, गर्मी चार महीने बाद आएगी, लेकिन हाल -फ़िलहाल खुद को गरम रखने के लिए हंसना-हंसना भी जरुरी हैं.
आज करवा चौथ का व्रत हैं, सभी शादी -शुदा महिलाएं अपने पति परमेश्वर कि लम्बी उम्र कि प्रार्थना में लगी हुई हैं. लेकिन इसी दौरान कुछ पति परमेश्वर ऐसे होते हैं जो जाने या अनजाने में किसी और के भी पति बन चुके होते हैं.
पता चला कि बेचारी पत्नी सुबह से शाम तक व्रत के नियम का पालन कर रही हैं और पति महोदय दूसरी वाली के साथ बंगाली मार्केट में गोले गप्पे खा रहे हैं. और खांए भी क्यों नहीं उसका भी तो हक़ हैं. लेकिन बेचारी पहली वाली का क्या दोष. .....
तो जरा ध्यान से रहिएगा आज, क्या पता आप कि श्रीमती जी आपके पीछे जासूस छोड़ चुकी हो.
और मैं तो थोड़ी सी सलाह उन श्रीमती जी लोगो को दूंगा जिन्हें अपने पति पर जरा सा भी शक हैं.-
- अगर आप अपने पति के ऊपर जरा सा भी शक करती हैं , तो कोई भी बहाना बनाइये आज उनकी छुट्टी करवा दीजिये. क्योंकि अगर ये जनाब निकल गये तो पता चला कि किसी और के छत पे उल्लू पूजन हो रहा हैं. - अभी समय हैं- कुछ भी बहाना बना लीजिये.
- अगर आप नहीं जानती हैं कि आपके पति के साथ कोई और (सौतन) हैं तो कोई बात नहीं लेकिन शाम के चार बजते ही उनके मोबाइल कि घंटी बजाना शुरू कर दीजिये, अगर आप लेट हो गई तो क्या पता दूसरी वाली पहले ही फ़ोन करके उनको अपने पास बुला चुकी हो. और आप को चाँद देखने के बाद अपने पति का मुखड़ा देखने के लिए इंतजार करना पड़े.
- आस - पास भी नजर रखिये क्या पता किसी के पति महोदय ने अपनी दूसरी पत्नी के लिए आपके ऊपर वाला फ्लैट दिला रखा हो , और जब आप उल्लू पूजन कर रही हो तो आपकी सौतन भी ऊपर से उल्लू पूजन मैं व्यस्त हो जाये.
चलते - चलते एक बात और अगर किसी के भी पति अगर चाँद निकल जाने के बाद घर आ रहें हैं तो समझ जाइये कि इनका तो उल्लू पूजन हो चूका हैं.
14 comments:
एक बात और , अगर आपने करवा चौथ का व्रत खोल लिया हैं और उल्लू पूजन हो गया हो तो अपने पति परमेश्वर को अकेले ना छोड़े.
बहुत सही लिखा आपने ---- बड़े ही ढंग से---
शक का तो कोई इलाज नहीं , जहाँ तक हो सके शक ना करे ,लेकिन ऐसा होते हुए मैंने भी देखा है. एक को सज्जन दो जगह व्रत खुलवाते हुए.
आज पति और पत्नी के बीच रिश्ते को मजबूत करने का दिन हैं. इसका फायदा उठायें.
इस त्यौहार को धार्मिक ना लेकर के अगर हम ये कहे कि आपसी विश्वास मजबूत करता हैं ये त्यौहार.
आपका अपने बारे में क्या ख्याल है, कुछ भीतर की खबर भी तो बाहर लायें।
विज्ञान भवन रिहर्सल का एक अस्पष्ट वीडियो
बड़ी मुश्किल है .... 20.10.2010 को आई नैक्स्ट में प्रकाशित व्यंग्य
मैं शादीशुदा नहीं हूं....फिर भी टीवी पर देखदेखकर करवा चौथ के बारे में खूब जान गया हूं...ये उल्लू पूजन वाला एंगल नहीं पता था....क्या सारे शादी करने वाले उल्लू होते हैं, इसीलए उल्लू पूजन मनाते हैं..........
अविनाश जी , हम तो ठहरे सिंगल पत्नी धारी . जंहा देख नारी , वंहा से तुरंत पधारी
निखिल जी, उल्लू पूजन सिर्फ साल मैं एक दिन होता हैं, और सिर्फ एक दिन के लिए लोग उल्लू........................................
Women in man's world आधी आबादी, दूसरा दरजा -Ritu Saraswat
:-)
तारकेश्वर भय्या, काहें अपने सीक्रेट दूसरों को बताते हैं? बुरी बात!
नए नए नुक्से बता रहे हो.... गिरी जी
उल्लू पूजन की शुभकामनायें
@ भाई गिरी साहब जी ! एक लेखक आम तौर पर अपनी आप बीती ही बताया करता है। यह आप किसका तजर्बा बता रहे हैं अपना या अपने किसी दोस्त का ?
देखो भई , हम जबसे ब्लागर बने हैं, करवा चैथे दिन फूटना ही बंद हो गया। अब तो जिस दिन फूट जाए उसी दिन फोड़ लेते हैं लेकिन भाई आपकी हिम्मत की दाद देता हूं कि पूरे साल इंतज़ार करना पड़ता है आप को, आपकी खुशी में आज रात हम भी आपका साथ देने की कोशिश करेंगे। सो आज ब्लागिंग को जल्दी ही खुदा हाफ़िज़ कहना पड़ेगा।
अब तो समय निकल चुका..
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