भाई वाह ! क्या बात है । कुरान और पुराण के चक्कर मैं डॉ अनवर जमाल और उनके चेले गायब ही हो गए जैसे गधे के सर से सिंघ।
हुआ ये की सारे मौलाना औ ने बैठकर के मीटिंग की, कि ये हमारा अनवर जमाल अल्लाह को शिव कह रहा है। ये तो कह रहा है की शिव ही जगत के पालन हार हैं। शिव ही कल्याण करते है। इसने तो कुरान की जगह लगता है की पुराण पढ़ लिया है। बस भाई और क्या साबुत चाहिए कट्मुल्लावो को, वैसे भी ये सारे कुरान को ही सबुत मानते हैं। इसी के आधार पर सुना दी सजा हमारे प्रिय मित्र श्रीमान डॉ अनवर जमाल जी को।
लेकिन डॉ अनवर जी भी कंहा हार मानने वाले हैं , उन्होंने भी अपनी पूरी कि पूरी ज्ञान वर्धक ताकत का इस्तेमाल करते हुए सबको जबाब दिया.
श्रीमान अनवर जमाल जी का जबाब।
* मेरे प्रिय मौलानावो आप लोग क्या बकते रहते हैं , शायद आप को ये भी नहीं पता कि पुराण का ही बिगड़ा हुआ नाम है कुरान।
*दूसरा ये कि पुरे संसार मैं अल्लाह या भगवान शिव ने जानवर के साथ-साथ इन्सान भी पैदा किये हैं।
*तीसरा ये कि सिर्फ इन्सान ही सबसे तेज दिमाग रखता है, जानवर या हिन्दू या मुसलमान या कोई और धर्म को मानाने वाला नहीं।
*चौथा ये कि सभी इन्सान एक जैसे ही दिखते हैं तो फिर कोई मुसलमान या हिन्दू या कोई और संप्रदाय का क्यों।
* पांचवा ये कि क्या इस्लाम से पहले इस दुनिया मैं इन्सान नहीं रहते थे।
* छठा ये कि क्या अल्लाह सिर्फ उनकी मदद करता है जो मुसलमान हैं , तो क्या बाकि जाती या धर्म के लोग कैसे जीते हैं और क्यों वो लोग भी आराम कि जिंदगी जी रहे हैं । अल्लाह उनको नरक मैं क्यों नहीं भेजता ।
रही बात अल्लाह और शिव कि, तो मैं सच्चा मुसलमान हूँ और अल्लाह का बंदा हूँ।
ये सच्चा और कच्चा मुसलमान क्या होता मेरे अनवर भाई। ये आप जैसा ज्ञानी या आप के चेले ही बता सकते हैं।
हुआ ये की सारे मौलाना औ ने बैठकर के मीटिंग की, कि ये हमारा अनवर जमाल अल्लाह को शिव कह रहा है। ये तो कह रहा है की शिव ही जगत के पालन हार हैं। शिव ही कल्याण करते है। इसने तो कुरान की जगह लगता है की पुराण पढ़ लिया है। बस भाई और क्या साबुत चाहिए कट्मुल्लावो को, वैसे भी ये सारे कुरान को ही सबुत मानते हैं। इसी के आधार पर सुना दी सजा हमारे प्रिय मित्र श्रीमान डॉ अनवर जमाल जी को।
लेकिन डॉ अनवर जी भी कंहा हार मानने वाले हैं , उन्होंने भी अपनी पूरी कि पूरी ज्ञान वर्धक ताकत का इस्तेमाल करते हुए सबको जबाब दिया.
श्रीमान अनवर जमाल जी का जबाब।
* मेरे प्रिय मौलानावो आप लोग क्या बकते रहते हैं , शायद आप को ये भी नहीं पता कि पुराण का ही बिगड़ा हुआ नाम है कुरान।
*दूसरा ये कि पुरे संसार मैं अल्लाह या भगवान शिव ने जानवर के साथ-साथ इन्सान भी पैदा किये हैं।
*तीसरा ये कि सिर्फ इन्सान ही सबसे तेज दिमाग रखता है, जानवर या हिन्दू या मुसलमान या कोई और धर्म को मानाने वाला नहीं।
*चौथा ये कि सभी इन्सान एक जैसे ही दिखते हैं तो फिर कोई मुसलमान या हिन्दू या कोई और संप्रदाय का क्यों।
* पांचवा ये कि क्या इस्लाम से पहले इस दुनिया मैं इन्सान नहीं रहते थे।
* छठा ये कि क्या अल्लाह सिर्फ उनकी मदद करता है जो मुसलमान हैं , तो क्या बाकि जाती या धर्म के लोग कैसे जीते हैं और क्यों वो लोग भी आराम कि जिंदगी जी रहे हैं । अल्लाह उनको नरक मैं क्यों नहीं भेजता ।
रही बात अल्लाह और शिव कि, तो मैं सच्चा मुसलमान हूँ और अल्लाह का बंदा हूँ।
ये सच्चा और कच्चा मुसलमान क्या होता मेरे अनवर भाई। ये आप जैसा ज्ञानी या आप के चेले ही बता सकते हैं।
14 comments:
सौरी, लगता है मैं गलत ब्लॉग पर आ गया....
यहाँ तो ज्ञान की बातें हो रही है..
http://laddoospeaks.blogspot.com/2010/03/34-725-341-10-followers.html
फ़िरदौस जी के कुछ लेख क्या आ गए, सभी भाग लिए. फ़िरदौस जी की किसी भी बात का किसी से भी जवाब नहीं दिया गया. भाई ऐसे में भागते न तो क्या करते?
वैसे समझ नहीं आया कि आप किस अनवर जलील साहब की बात कर रहे हैं!
@वत्स जी मैंने पिछली पोस्ट पर आपसे सहमति जतायी थी कि वाकई गधे के सर पर सींग नहीं होते आज भाई तारकेशवर की हैडिंग में सींघ देख लो या फिर एक गधे का बडा सा फोटू इधर उधर देखो उस पर न सींग हैं न सींघ हैं, आप ने सच कहा था, आप वाकई ज्ञानी हो
sacmuch umar bhai apka to jabab hi nahi. mashaallah badi nayab cheej ho aap.
वो जो खुद को जमाल का कमाल दोहराने वाला बता रहा था कल तक,आज बेचारा सभी ब्लोग्स पर अपनी टिपण्णी रूपी व्यथा सुनाता फिर रहा है!वो एजाज भाई जान;जल्द ही आने वाला होगा यहाँ भी!गिरी जी क़सम है आपको उस पाक परवरदिगार की,उस बेचारे पर बीमार डॉक्टर का गुस्सा ना उतारना,नया है ना बेचारा!
हर जगह अपना दर्द लिए घूम रहे है,कोई गौर ही नहीं करता....
कुंवर जी,
अरे भाई गिरी जी उमर भाई की बात ही ठीक है आप भागने की बात कर रहे है यहाँ एजाज़ भाई भी नमूदार हो गए
Ayaz bhai , aaiye ab apka bhi swagat hai. Bus main to Allah se yehi dua karunga ki aap bhi apna yogdan samaj ko sudharane main de.
Dharm se badh kar ke bhi kuch hai . is bat ko samjhaiye logo ko.
JAI HO KASHI WALE BABA TERI LEELA TUHI JANE.
बुरा न मानो - अप्रैल फूल है.
mujhe to aajtak kisi ke sir par seeng nahee dikhe .na apane aur nahee ........
@नियोग की औलाद , वत्स ! ये देख बिना सींग के जीव .
http://sangeetapuri.blogspot.com/2010/04/blog-post.html
@ Bhai Tarkeshwar ! उत्तम . बहाना कुछ भी . पर नाम हमारा लेते रहो .
Anwar saheb aap to hain hi sabse alag kachhe musalaman.
Kal 2 april hai kidhar milna hai
Tarkeshwar Giri - 2 अप्रैल को जमुना की डुबकी वाली हमारी बात अपनी जगह है, आ जाओ कैराना प्रेस क्लब पर मिलेंगे,
आप भी कमाल के हो जब सब जमाल से घबरा के बच के निकल लिये तो आप डट गये,
हम नायाब तो आप कमयाब
13वें नम्बर का कमेंटस है 13 को 13 ने बधाई दी थी हमें याद तो होगा
Program to Haridwar Jane ka hai. Kairana to Bagal main rah jayega.
Haridwar main milenge
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