tag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post7224868740151980681..comments2024-03-26T14:48:50.155+05:30Comments on काम की बातें: जनता शांत रही और हरामी चिल्लाते रहे- तारकेश्वर गिरी.Taarkeshwar Girihttp://www.blogger.com/profile/06692811488153405861noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-32234197906303422102010-10-07T23:04:56.117+05:302010-10-07T23:04:56.117+05:30बहुत अच्छा शीर्षक दिया है अपने --लगता है की काफी ग...बहुत अच्छा शीर्षक दिया है अपने --लगता है की काफी गुस्सा है वास्तव में मिडिया ,सेकुलर राजनेता और बामपंथी को एक बड़ा झटका है राष्ट्राबाद की यह अमरनाथ श्रयिनबोर्ड क़े बाद ये पहली विजय है पूरे देश ने इसे सहर्ष स्वीकार किया है ---बहुत अच्छा लिखा लेकिन गुस्सा नहीं गंभीर होने की आवस्यकता हैसूबेदारhttps://www.blogger.com/profile/15985123712684138142noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-34141184266851175122010-10-07T09:16:06.057+05:302010-10-07T09:16:06.057+05:30तारकेश्वर जी निश्चित रूप से यह गुस्सा दिखाने का सम...तारकेश्वर जी निश्चित रूप से यह गुस्सा दिखाने का समय है, नहीं तो यह "चलता है" attitude देश को गड्ढे मे ले जा रहा है।<br /><br />अब फैसला आने के बाद लोगो को ASI के निश्कर्षों मे खोट नजर आने लगी, अब तक यह लोग कहाँ छुपे बैठे थे?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-21736456819636722442010-10-05T15:56:28.494+05:302010-10-05T15:56:28.494+05:30तारकेश्वर गिरी जी,
ब्लॉग जगत में ऐसे "जयचंदों...तारकेश्वर गिरी जी,<br />ब्लॉग जगत में ऐसे "जयचंदों" की कमी नहीं है जिनकी चाल, चेहरा, चरित्र दोगला है. सामाजिक रूप से ये लोग कुछ कह नहीं पाते तो बस मुखौटा ओढ़ के "जेहाद" फ़ैलाने में लग जाते है.. इनका एक ही इलाज़ है की इन जैसे भेड़ियों की सार्वजनिक बदनामी की जाए,<br />शुरुआत हो चुकी है..<br />यहाँ देख लीजिये--<br /><br /> http://hinduraaj.blogspot.com/2010/10/ayodhya-judgment-neglect-by-bloggers.html<br /><br />राजेन्द्र-<br />हिंदुत्व और राष्ट्रवाद,हिंदुत्व और राष्ट्रवादhttps://www.blogger.com/profile/02989656542886991615noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-70227357326874540892010-10-03T22:24:14.695+05:302010-10-03T22:24:14.695+05:30I Agree from You Tarkeshwar JI , वैसे ब्लॉग जगत मे...I Agree from You Tarkeshwar JI , वैसे ब्लॉग जगत में भी कमी नहीं है ऐसे हरामियों की फिर चाहे वो दोनों धर्मों में होMahakhttps://www.blogger.com/profile/11844015265293418272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-82573337056674051232010-10-03T20:57:21.849+05:302010-10-03T20:57:21.849+05:30तारकेश्वर जी !
जनता अपना काम कर रही है और नेता अपन...तारकेश्वर जी !<br />जनता अपना काम कर रही है और नेता अपना | ये तो भविष्य के लिए अच्छा है .....कृपया शांत रहें ...और इन चोरों के लिए हम अपनी जबान क्यों ख़राब करें |aaryahttps://www.blogger.com/profile/08420022724928147307noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-42926614942979132612010-10-03T19:34:52.418+05:302010-10-03T19:34:52.418+05:30अरे बाबा इतना गुस्सा क्यो कर रहे हो, क्यो अपना पार...अरे बाबा इतना गुस्सा क्यो कर रहे हो, क्यो अपना पारा चढाते हो,हम सब को सही समय पर अकल आ गई जो इन नेताओ की बातो मे ना आये, इन के कहने से अपने ही भाईयो का खुन ना बहाये, सब मिल जुल कर रहे, ओर आंईदा ऎसे लोगो को कोई वोट ना दे,राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-73372826803336904502010-10-03T16:52:01.803+05:302010-10-03T16:52:01.803+05:30taarkeshvr bhaayi bhut bhut gusse men ho bhaayi ye...taarkeshvr bhaayi bhut bhut gusse men ho bhaayi yeh to hen hi aese yeh laton ke bhut hen baton se nhin maante lekin aek choti si iltijaa he ki bhayi hm inhen gali kyun likhen lekhni to hmari gndi ho rhi he yeh bhut moti chmdi ke log hen inke liyen to dusra rasta apnaan pdhegaa. akhtar khan akela kota rajsthanआपका अख्तर खान अकेलाhttps://www.blogger.com/profile/13961090452499115999noreply@blogger.com