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Tuesday, June 14, 2011

सोनिया गाँधी पुरे परिवार सहित स्वीटजर लैंड में छुट्टियाँ मना रही हैं.

स्वामी रामदेव का अनशन टूटने से पहले ही सोनिया गाँधी पुरे परिवार सहित स्वीटजर लैंड में छुट्टियाँ मनाने चली गई हैं.

अब बाबा का डर कहें या बदनामी का , हमारे जैसे लोग तो येही सोचेंगे कि मौका मिला हैं तो खजाने को ठिकाने ही लगा आयें. भारत कि जनता को दिग्गी बाबु जैसे मुंहफट के हवाले कर दिया कि तुम संभालो मोर्चा हम संभाले आते हैं सबका खज़ाना.

विश्वस्त सूत्रों से पता चला हैं कि सोनिया गाँधी अपने पुरे परिवार सहित (प्रियंका और रोबेर्ट सहित) ८ जून को प्राइवेट जहाज से ज्यूरिख [स्विट्जरलैंड ] चले गये हैं.

आखिर मसला भी तो गंभीर हैं, इधर जयललिता जी ने और भाज़पा ने चिदंबरम को घेरे में लेलिया हैं. बेचारे गृह मंत्री पुरे हकलान हुए पड़े हैं, कि कंही ससुरा इस्तीफा ना देना पड जाये.

उधर स्वामी रामदेव भी आराम करके कुछ उर्जा जुटाने में लगे हुए हैं.

देखते हैं कि मनमोहन जी कब बोलते हैं.

Monday, June 13, 2011

मीडिया और सरकार सदियों से अफवाह फैलाती आ रही हैं

स्वामी रामदेव के आन्दोलन से यह तो ज्ञात हो ही गया हैं कि भारत देश में भ्रस्टाचार बिलकुल नहीं हैं. क्योंकि अगर भारत में भ्रस्टाचार होता तो जनता स्वामी रामदेव के साथ होती. दिल्ली पुलिस के डंडे के डर ने जनता के दिमाग से भ्रस्टाचार नामक कीटाणु को दूर कर दिया.

लेकिन एक बात समझ में नहीं आती, कि समय -समय पर मीडिया भ्रस्टाचार के मुद्दों को प्रमुख खबर क्यों बना देती हैं. बहुत ज्यादे तो नहीं मगर जितना मुझे याद हैं कि लालू प्रसाद यादव , कुछ दिनों जेल में रहने के बाद आज इज्जत पूर्वक चैन कि रोटी खा रहे हैं , मीडिया और सरकार ने बेवजह उन्हें चारा घोटाला , और ना जाने कौन -कौन से घोटाले में बदनाम कर दिया.

राजीव गाँधी का बोफोर्स घोटाला, नरसिंह राव का घोटाला, बूटा सिंह का मामला, जार्ज फर्ना डीज का ताबूत घोटाला, जयललिता के घर से एक हज़ार जोड़ी जुती बरामद करना, मायावती के उपर फर्जी आरोप लगाना कि (यमुना एक्सप्रेसवे और ताज एक्सप्रेसवे ) . आदर्श सोसाइटी घोटाला. दिल्ली में कलमाड़ी , राजा, कनिमोझी को बेवजह तिहाड़ जेल में रखना. और भी ना जाने क्या-क्या .

इतना सब कुछ के बावजूद केंद्र सरकार में कंही घोटाला नहीं होता हैं, भारत कि जनता अपने नेतावो पर आंख बंद कर के भरोसा करती हैं. भारत में अधिकारी हो या चपरासी सब के सब इमानदार हैं, नेता हो मंत्री , ठेली पर सब्जी बेचने वाला हो या बड़े उद्योग घराने सब इमानदार और देश के प्रति सजग और संवेदन शील हैं.

फिर बेवजह मीडिया और विपक्ष अपनी-अपनी रेपो बढ़ाने के लिए हंगामे करता रहता हैं. एक बात और हर भगवा धारी R S S और B J P का मोहरा होता हैं. मुसलमान अपने -आप को इनसे दूर ही रखना चाहता हैं.

Thursday, June 9, 2011

हिन्दू देवी देवतावो के नग्न चित्र बनाने वाला अल्लाह को प्यारा हो गया.

हिन्दू देवी-देवतावो का मजाक उड़ाने वाले मकबूल मिंया अल्लाह को प्यारे हो गये. इनकी कलाकारी के चक्कर मैं भारत के कुछ हिस्से मैं इनका विरोध होने लगा और जब जान पर बन आई तो क़तर के नागरिक बन गये.

भारत के प्रधान मंत्री को बहुत तकलीफ हुई हैं कि मिंया मकबूल उनका साथ छोड़ गये. खैर हम अल्लाह से दुआ करते हैं कि मिंया मकबूल को अच्छी तामिल दे और अगले जन्म में किसी भी धर्म का मजाक ना उडाये.

खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचे...

बड़ी पुरानी कहावत हैं , आज ब्लॉग का शीर्षक बन गई. वजह कि थोडा सा समय मिल जाये केंद्र मैं बैठे मंत्री और अधिकारीयों को कि वो अपने -अपने मॉल को स्वीटजर लैंड से इटली तक पहुंचा दे.

जनता का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने में लगी केंद्र सरकार इतनी पगला गई हैं कि अपना गिरेबान ही भूल गई. जनता के बीच बैठे कुछ भ्रस्टाचार के समर्थको कि जरा सी हाँ उनके लिए ताकत सी बन गई और पेट्रोल के दाम बढ़ाने को तैयार हो गये.

बहुत से बुधजिवी ब्लोगेर जो बाबा रामदेव और श्रीमान अन्ना हजारे का विरोध करते हैं शायद उनको पेट्रोल कम कीमत पर मिल जाये. मंत्री अधिकारी और नेतावो का क्या, उनके लिए क्या महंगाई और क्या भ्रस्टाचार.

वो वाकया ध्यान हैं जब दूसरी बार प्रधान मंत्री बने मनमोहन सिंह कि पत्नी से पत्रकारों ने पूछा कि " रसोई गैस कल से महंगी हो रही हैं , ईस से आपके बजट पर क्या फर्क पड़ेगा ?" तो श्रीमती जी ( मनमोहन सिंह जी कि ) बोलती हैं कि अब बजट बिगाड़ गया. में पूछता हूँ कि उन्होंने ख़रीदा क्या ? सब मॉल तो फ्री में मिलता हैं.

बाबा राम देव हो या अन्ना हजारे, जो भी जनता कि भलाई के लिए सरकार के खिलाफ लडेगा , मैं उसके साथ रहूँगा.

आज जब केंद्र सरकार चारो तरफ से घिर चुकी हैं तो बाबा रामदेव के पीछे लगी हुई हैं, कि किस तरह से जनता का ध्यान उनकी तरफ से हटाया जाय. आन्दोलन क्यों शुरू किया गया ....... सब भूल गये.

पश्चिम से चली आंधी पूर्व मैं आ कर रुक गई हैं, और एक ना एक दिन भ्रस्टाचार को उखाड़ फेकेगी .
खैर, देश कि जनता मैं जान फूंक देने वाले अन्ना हजारे और बाबा रामदेव जैसे लोगो ने कम से कम ये शुरवात तो कि.

Monday, June 6, 2011

सोनिया गाँधी का पासपोर्ट जब्त कर लेना चाहिए.

जिस तरह से देश के हालत बिगड़ते जा रहे हैं, उस तरह से अब लगता हैं कि गाँधी परिवार का समय ख़त्म होने वाला हैं. भ्रस्टाचार कि सरदारनी कभी भी भारत छोड़ के भाग सकती हैं. और ऐसे हालत में इस डायन का पासपोर्ट जब्त हो जाना चाहिए.