
लक्ष्मी जी कि पूजा तो आम बात हैं और हिंदुस्तान में लगभग हर घर में होती हैं, लेकिन बेचारा उल्लू परेशान रात दिन लक्ष्मी जी को अपनी पीठ पर बैठा कर घूमता रहता हैं।
एक दिन दुखी हो करके उल्लू ने लक्ष्मी जी को अपनी पीठ पर से उतार दिया और लक्ष्मी जी से बोला- मैडम बहुत हो गया, लोग तो आप कि सेवा के लिए तैयार रहते हैं दिन रात इंतजार करते रहते हैं। और मुझे कोई पूछता ही नहीं मैं तो ऐसे ही टेंशन में रहने लगा हूँ। मुझे आप से ईर्ष्या होने लगी हैं। दिवाली आने वाली हैं, कोई उल्लू देखना भी पसंद नहीं कर रहा हैं।
लक्ष्मी जी बोली- पुत्र टेंशन मत लो मैं तुम्हारे लिए भी कुछ जुगाड़ करती हूँ।
उल्लू बोला - क्या खाक जुगाड़ करेंगी आप, गणेश जी को देखिये , आप के साथ लोग उन्हें तो पूजते ही हैं उनके रूप मैं हाथी को भी सलाम ठोक देते हैं और तो और उनकी सवारी हर घर मैं मौजूद रहती हैं। मुझे तो कोई अपने घर क्या अपने मोहल्ले मैं भी नहीं घुसने देता।
लक्ष्मी जी बोली : बेटा क्या करू तुम्हारी शक्ल ही डरावनी हैं लेकिन तुम बिलकुल चिंता मत कर, दिवाली से ठीक ११ दिन पहले शादी - शुदा औरते तुम्हारी पूजा अपने - अपने पति के रूप मैं करेंगी।

और बस ये वरदान ही उल्लू को पतिदेव के रूप मैं ले आया और शुरू हो गया करवा चौथ का वर्त। कल के दिन सारे पति देव महोदय लोग उल्लू के रूप मैं हो जायेंगे और उनकी आरती उतारेंगी उनकी- उनकी धर्म पत्निया।
मैं भी हूँ .................................
ऐसे उल्लू बन ने मैं क्या बुराई है?
ReplyDeleteहा-हा-हा
ReplyDeleteबढिया लिखा
प्रणाम
वैसे लक्षमी जाती भी सिर्फ़ उल्लू के पास ही हे,खुद ही देख लो भारत मे जितने भी उल्लू या उल्लू के पट्टॆ हे सब ऎश करते हे, गरीब ओर शरीफ़ बेचारा सुबह शाम या मजदुरी करता हे या फ़ाईलो के ढेर मे सर खपाता हे,
ReplyDeleteसार्थक, आपनें उल्लु की व्यथा को जी लिया!! बधाई
ReplyDeleteUllu pujan samaroh main bhag lene walo sabhi logo ko thanks
ReplyDeleteKal ullu ka rate high hoga
ReplyDeleteउल्लू आलेख व्यंग्य बढ़िया लगा ... बड़ा अनुभवी व्यंग्य लिखा है .... आभार
ReplyDeletemISHRA JI APKO THANKS
ReplyDeleteha ha ha.....badhiya vyangya.
ReplyDeletekabhi ullu aur kabhi ghoda kya kya banna padta hai "pati" bechare ko ?
ReplyDeleteभारत की गलियों में, चलो ख़ुशी के दीप जलाएं
ReplyDeleteवाह गिरि जी!
ReplyDeleteबिल्कुल सटीक!
मैंने भी यही लिखा है!
वाह वाह !
ReplyDeleteआँखें खुल जायेंगी बहुत से दोस्तों की ....
शुभकामनायें आपको भी :-))
!! सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा !!
ReplyDeletemazedaar hai !
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