tag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post3021630500618039113..comments2024-03-26T14:48:50.155+05:30Comments on काम की बातें: बलात्कार का असली दोषी कौन. - तारकेश्वर गिरी.Taarkeshwar Girihttp://www.blogger.com/profile/06692811488153405861noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-74293983008836860902010-11-27T11:12:07.861+05:302010-11-27T11:12:07.861+05:30बलात्कार पर सर्वथा अद्भुत चिंतन
http://ahsaskipar...बलात्कार पर सर्वथा अद्भुत चिंतन <br />http://ahsaskiparten.blogspot.com<br />पर , आज, अभी तुरंत ।<br />भाई गिरी जी , आप अभी तक आए नहीँ ? <br />आइये और देखिए<br />हमारे यहाँ भी तशराफ़ लायेँ और हल सुझाएँ <br /><br />बलात्कार एक ऐसा जुर्म है जो अपने घटित होने से ज़्यादा घटित होने के बाद दुख देता है, सिर्फ बलात्कार की शिकार लड़की को ही नहीं बल्कि उससे जुड़े हर आदमी को , उसके पूरे परिवार को ।DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-22045791054220123632010-11-27T11:06:27.973+05:302010-11-27T11:06:27.973+05:30भाई गिरी जी , आप अभी तक आए नहीँ ?
आइये और देखिए
...भाई गिरी जी , आप अभी तक आए नहीँ ? <br />आइये और देखिए<br />हमारे यहाँ भी तशराफ़ लायेँ और हल सुझाएँ <br /><br />बलात्कार एक ऐसा जुर्म है जो अपने घटित होने से ज़्यादा घटित होने के बाद दुख देता है, सिर्फ बलात्कार की शिकार लड़की को ही नहीं बल्कि उससे जुड़े हर आदमी को , उसके पूरे परिवार को ।<br />क़ानून और अदालतें हमेशा से हैं लेकिन यह घिनौना जुर्म कभी ख़त्म न हो सका बल्कि इंसाफ़ के इन मुहाफ़िज़ों के दामन भी इसके दाग़ से दाग़दार है । <br /><br />क्योंकि जब इंसान के दिल में ख़ुदा के होने का यक़ीन नहीं होता, उसकी मुहब्बत नहीं होती , उसका ख़ौफ़ नहीं होता तो उसे जुर्म और पाप से दुनिया की कोई ताक़त नहीं रोक सकती, पुलिस तो क्या फ़ौज भी नहीं । <a href="http://www.ahsaskiparten.blogspot.com" rel="nofollow">वेद कुरआन यही कहते हैं ।</a>DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-82919765057592475272010-11-27T07:45:09.148+05:302010-11-27T07:45:09.148+05:30जब इंसान के दिल में ख़ुदा के होने का यक़ीन न हो, उसक...जब इंसान के दिल में ख़ुदा के होने का यक़ीन न हो, उसकी मुहब्बत न हो , उसका ख़ौफ़ न हो तो उसे जुर्म और पाप से दुनिया की कोई ताक़त नहीं रोक सकती <a href="vedquran.blogspot.com" rel="nofollow">वेद कुरआन यही कहते हैं ।</a><br />आप जिन सुरक्षा उपायों की बात कर रहे हैं , अमेरिका और सभी पश्चिमी देशों में उनसे ज़्यादा उपाय किए जाते हैं लेकिन फिर भी वहां बलात्कार होते हैं ,<br /><a href="ahsaskiparten.blogspot.com" rel="nofollow">क्यों होते हैं ?<br />यह देखिए यहाँ </a>DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-69472314415628566632010-11-27T05:20:02.782+05:302010-11-27T05:20:02.782+05:30सामयिक चिंतन सटीकसामयिक चिंतन सटीकM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-48404113393816055172010-11-26T22:48:14.002+05:302010-11-26T22:48:14.002+05:30क्या सचमुच इस घटना कि जिम्मेदार दिल्ली पुलिस ही है...क्या सचमुच इस घटना कि जिम्मेदार दिल्ली पुलिस ही हैं ? हाँ, लेकिन शायद पूरी तरह से नहीं. कंही ना कंही हमारा समाज भी दोषी हैं, और मेरे समझ से दिल्ली पुलिस से ज्यादा दोषी हैं.<br /><br /><br /><br /><br />विषय बहुत ही गंभीर हैं, अगर आप या हम चुप रहेंगे तो, कल किसी और के साथ भी इस तरह कि घटना हो सकती हैं, लेकिन करे क्या ?Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07499570337873604719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-36656748170782801022010-11-26T18:50:08.645+05:302010-11-26T18:50:08.645+05:30अपराध के रोकथाम में अपराधियों पर सख्त कार्यवाही सब...अपराध के रोकथाम में अपराधियों पर सख्त कार्यवाही सबसे कारगर उपाय है ....लेकिन यह हमारे देश में अब संभव नहीं क्योकि अपराधी और घोटालेबाज होना हमारे देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नजर में CVC बनने का मापदंड बन गया है........शर्मनाक स्थिति है इस देश के संवेधानिक उच्च पदों पर बैठे व्यक्तियों की नैतिकता का.....ऐसे हालात में इमानदार अधिकारीयों की कार्यक्षमता और मनोबल में भी गिरावट आती है तथा अपराधियों के हौसले बुलंद होतें हैं ....honesty project democracyhttps://www.blogger.com/profile/02935419766380607042noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-62912921096176528712010-11-26T16:04:48.508+05:302010-11-26T16:04:48.508+05:30टीवी पर सुना की बेचारी लड़की को तो आफिस की गाड़ी ने...टीवी पर सुना की बेचारी लड़की को तो आफिस की गाड़ी ने ही घर तक छोड़ा था बस दस कदम पर कालोनी की गेट थी पर उसके पहले ही ये कांड हो गया | यानी सुरक्षा के हर संभव उपाय किये गये थे लेकिन समस्या ये है कि अपराधियों क्या आम लोगों में भी पुलिस और कानून का कोई डर नहीं है अपराध करते समय | जानते है ऐसे अपराध होने के बाद पुलिस पहले तो मामले को दबाने का या फिर छुपाने का प्रयास करेंगी जब मीडिया में बात आएगी तब सही कार्यवाही की जगह सफाई देने या लीपापोती में लग जायेंगे तब तक अपराधी आराम से भाग या छुप चूका होगा , इस तरह अपराधियों के हौसले बुलंद हो जाते है |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-55496169467787155872010-11-26T15:34:41.337+05:302010-11-26T15:34:41.337+05:30इस सामाजिक समस्या के प्रति गंभीर चिन्तन किया है आप...इस सामाजिक समस्या के प्रति गंभीर चिन्तन किया है आपने और सुझाव भी उचित हैं सभी को समग्र प्रयास करने चाहिये ।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-52563248228932383102010-11-26T14:34:02.304+05:302010-11-26T14:34:02.304+05:30गलती समाज की है और गलती समाज में कानून के रखवाले ब...गलती समाज की है और गलती समाज में कानून के रखवाले बने फिरते पुलिस की तो है ही ..Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-21612293011467069362010-11-26T13:17:28.393+05:302010-11-26T13:17:28.393+05:30... vichaarneey ... chintneey ... anukarneey abhiv...... vichaarneey ... chintneey ... anukarneey abhivyakti !!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-79513302125739980862010-11-26T12:54:23.681+05:302010-11-26T12:54:23.681+05:30good post.
“समीर लाल (उड़नतश्तरी) “ यह; नाम इस ब्ल...good post.<br />“समीर लाल (उड़नतश्तरी) “ यह; नाम इस ब्लॉगजगत मैं किसी के तार्रुफ़ का मुहताज नहीं है . इनके <a href="http://aqyouth.blogspot.com/2010/11/blog-post_25.html" rel="nofollow">अलफ़ाज़ "खुशियाँ लुटा के जीने का इस ढंग है ज़िंदगी " ही काफी है, इनके तार्रुफ़ ,,,,,,,,,,,,,</a>S.M.Masoomhttps://www.blogger.com/profile/00229817373609457341noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-3777848503466760942010-11-26T12:35:18.645+05:302010-11-26T12:35:18.645+05:30आप पुलिस के लापरवाही से किसी भी स्थिति में इनकार न...आप पुलिस के लापरवाही से किसी भी स्थिति में इनकार नहीं कर सकते <br />, इस युवती लड़की के मामले भी यही हुआ ,<br />जब लड़की पुलिस के पास रिपोर्ट लिखवाने गयी तो वो अपराधियों को पकड़ने बजाये काफी देर तक खानापूर्ति करने में लगी रही ,<br />लगभग हर मामले में पुलिस का रवैय्या यही रहता है, किन्तु केवल मध्यम या गरीब वर्ग के लिए <br />,<br />एक सामाजिक मुद्दा उठाने के लिए धन्यवाद <br />dabirnews,blogspot.comTausif Hindustanihttps://www.blogger.com/profile/13794797683013534839noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-70333632153052628072010-11-26T12:17:44.696+05:302010-11-26T12:17:44.696+05:30यह एक सामाजिक समस्या है... दोषियों के ख़िलाफ़ सख्त...यह एक सामाजिक समस्या है... दोषियों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई करनी होगी...फ़िरदौस ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-37681422000940646162010-11-26T12:01:48.787+05:302010-11-26T12:01:48.787+05:30उचित चिन्तन...समुचित विचार एवं सुरक्षा प्रबंधन की ...उचित चिन्तन...समुचित विचार एवं सुरक्षा प्रबंधन की आवश्यक्ता है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-82309542688993488042010-11-26T11:30:38.028+05:302010-11-26T11:30:38.028+05:30बिल्कुल सही कहा जी आपने
हम भी दोषी हैं जो एक ऐसे स...बिल्कुल सही कहा जी आपने<br />हम भी दोषी हैं जो एक ऐसे समाज के सदस्य हैं जहां किसी के मान-सम्मान की सुरक्षा समाप्त हो रही है।<br />नियोक्ता कम्पनी, ड्राइवर आदि भी उतने ही दोषी हैं और सरकार और सुरक्षा तंत्र भी दोषी है जी<br />क्या करती है पुलिस जब रात भर सडक पर चलती गाडियों में कुकर्म होते हैं। <br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-19494256937012101362010-11-26T11:19:20.499+05:302010-11-26T11:19:20.499+05:30Kyonki jab Apradhi Apradh ko anjam deta hai to usk...Kyonki jab Apradhi Apradh ko anjam deta hai to uske man main saja ka khauf bilkul hi nahi hota hai.Taarkeshwar Girihttps://www.blogger.com/profile/06692811488153405861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-7823224446645287322010-11-26T11:18:28.652+05:302010-11-26T11:18:28.652+05:30Bilkul sahi kaha apne sriman Bhartiya Nagrik
Kutt...Bilkul sahi kaha apne sriman Bhartiya Nagrik<br /><br />Kutto se to nuchwana hi chahiye. Ek kam aur Blatkari ka L......g hi kat dena chahiye. <br /><br />Lekin shayad ye wajah nahi hai.... is se koi fark nahi hoga.Taarkeshwar Girihttps://www.blogger.com/profile/06692811488153405861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-27341077824971342502010-11-26T10:55:20.680+05:302010-11-26T10:55:20.680+05:30भारतीय नागरिक - Indian Citizen ji kae kament kae l...भारतीय नागरिक - Indian Citizen ji kae kament kae liyae taaliyaan bajane kaa man haenरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-11584327344858265612010-11-26T10:18:28.755+05:302010-11-26T10:18:28.755+05:30अगर इस कांड के दोषियों को एक माह के अन्दर सरे आम क...अगर इस कांड के दोषियों को एक माह के अन्दर सरे आम कुत्तों से नुचवा दिया जाये तो देखिये कितनी कमी आती है ऐसे अपराधों में..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-42583383553054076912010-11-26T10:16:37.491+05:302010-11-26T10:16:37.491+05:30पोलिस से या किसी और सम्स्था से उमीद करना ही बेकार ...पोलिस से या किसी और सम्स्था से उमीद करना ही बेकार है। नैतिक पतन के कारण ऐसी घटनायें बढ रही हैं। अब तो स्कूलों मे ही बच्चियाँ सुरक्षित नही तो बाकी जगह कैसे हो सकती हैं जो शिक्षक गुरू हैं वही बलात्कारी औए सेक्स स्केन्डलों के कार्यकर्ता हैं । बहुत त्रास्द स्थिती है जितनी हम समझ रहे हैं उस से कहीं बढ कर भयंकर।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-76029607805392056632010-11-26T09:42:54.461+05:302010-11-26T09:42:54.461+05:30आज आपकी रचना बहुत अच्छी लगी। लीक से हटकर लिखने लगे...आज आपकी रचना बहुत अच्छी लगी। लीक से हटकर लिखने लगे हो। <br />लगे रहो।नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-55536353790801935932010-11-26T09:18:47.146+05:302010-11-26T09:18:47.146+05:30तारकेश्वर भाई... आपने एक बहुत ही गंभीर मुद्दा उठा,...तारकेश्वर भाई... आपने एक बहुत ही गंभीर मुद्दा उठा, साधुवाद!<br /><br />समाज को अधिक से अधिक शिक्षित करने और कुंठाओं से मुक्ति के रास्ते तलाशने की आवश्यकता है....Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8590804667452023378.post-74130149886721945162010-11-26T09:11:48.721+05:302010-11-26T09:11:48.721+05:30ek achchey aur nispaksh chintan kae liyae badhaaii...ek achchey aur nispaksh chintan kae liyae badhaaiiरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.com